मोमिन जाफरी। मुंबई । ३० जुलाई 2025
2025 में प्राकृतिक घटनाएं लगातार कहर बनकर सामने आ रही हैं । कभी विमान हादसे तो कभी भयंकर प्राकृतिक आपदाएं। अब एक और बड़ी मुसीबत ने दुनिया के कई हिस्सों में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है। रूस के ईस्टर्न हिस्से, कामचटका प्रायद्वीप (Kamchatka Peninsula) में 8.8 तीव्रता का जबरदस्त भूकंप आया, जिसे इतिहास का छठा सबसे ताकतवर भूकंप बताया जा रहा है।

भूकंप के कुछ ही घंटों बाद अमेरिका के हवाई तक सुनामी की लहरें पहुंच गईं। ओआहू के तट पर 4 फीट ऊंची लहर दर्ज की गई। इसके तुरंत बाद हवाई के गवर्नरजोश ग्रीन ने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने का आदेश दिया और सभी से शांत रहने की अपील की।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जापान और रूस के कोस्टल इलाको में भी सुनामी की लहरें पहुंची हैं। जापान के इवाते प्रीफेक्चर (Iwate Prefecture) में 4.3 फीट ऊंची लहर रिकॉर्ड की गई है, जहां लगभग 19 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करने के आदेश दिए गए हैं।
एक रिपोर्ट के अनुसार, इस भूकंप से पैदा हुई एनर्जी पूरे पॅसिफि महासागर क्षेत्र को प्रभावित कर रही है। अमेरिका केवेस्ट कोस्ट, पेरू, चीन, इक्वाडोर, फिलीपींस और इंडोनेशिया समेत कई देशों में अलर्ट जारी किया गया है। इनशॉर्ट्स की रिपोर्ट में बताया गया है कि यह सुनामी पॅसिफिक आयलंड तक भी प्रभाव दिखा सकती है।अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी देशवासियों से सचेत रहने और सभी चेतावनियों का पालन करने की अपील की है।
सुनामी अलर्ट उन सभी देशों और क्षेत्रों में जारी किया गया है जो पॅसिफिक ओशन से सटे हुए हैं। इनमें सबसे पहले अमेरिका का हवाई और उसका वेस्ट कोस्ट शामिल है, जहां कॅलिफोर्निया और ओरेगॉन जैसे कोस्टल इलाको में भी हाई अलर्ट हैं। जापान के ओशन में भी बड़ी लहरें देखी गई हैं, जबकि रूस ईस्टर्न कोस्टल रिजन विशेषकर , कामचटका प्रायद्वीप सबसे अधिक प्रभावित इलाकों में से है। इसके अलावा चीन के पूर्वी समुद्री तट, फिलीपींस, इंडोनेशिया, पेरू, और इक्इक्वाडोर में भी सुनामी का खतरा बना हुआ है। गुआम और पॅसिफिक आयलंड को भी चेतावनी दी गई है। इन सभी क्षेत्रों में सरकारों ने तटीय इलाकों को खाली करवाने के निर्देश जारी कर दिए हैं और आपातकालीन सेवाएं सक्रिय हो चुकी हैं।
फिलहाल लोगों को सलाह दी जा रही है कि वे समुद्र तटों से दूर रहें, स्थानीय प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और किसी भी तरह की अफवाहों से बचें। यह एक ग्लोबल इमर्जन्सी बन चुकी है, जिसमें एशिया से लेकर अमेरिका तक केकोस्टल स्टेट हाई अलर्ट पर हैं।



