श्रुति सिंह । मुंबई | 9 अक्टूबर 2025
The Taj Story एक नई ऐतिहासिक फिल्म है, जो ताज महल के निर्माण और उसके पीछे की कहानी को दिखाती है। यह फिल्म दर्शकों को इतिहास के अनकहे पहलुओं से मिलवाती है और दिखाती है कि ताज महल सिर्फ एक सुंदर इमारत नहीं, बल्कि कई रहस्यों और कहानियों का प्रतीक है। फिल्म की कहानी कोर्टरूम नाटक की शैली में है, जिसमें इतिहासकार और शोधकर्ता ताज महल से जुड़े तथ्यों को सामने लाते हैं।
फिल्म में परेश रावल, ज़ाकिर हुसैन, अमृता खानविलकर, स्नेहा वाघ और नमित दास जैसे कलाकार हैं। परेश रावल इतिहास की खोज में जुटे शोधकर्ता की भूमिका निभा रहे हैं, जबकि ज़ाकिर हुसैन एक वरिष्ठ इतिहासकार के रूप में ताज महल के बारे में अपने विचार रखते हैं। अमृता और स्नेहा का किरदार भी इतिहास की नई जानकारियों की खोज में महत्वपूर्ण है।

फिल्म में कुछ ऐतिहासिक तथ्य भी दिखाए गए हैं। ताज महल का निर्माण 1632 में मुग़ल सम्राट शाहजहाँ ने अपनी पत्नी मुमताज़ महल की याद में शुरू किया था और यह 1653 में पूरा हुआ। इसे बनाने में राजस्थान के मकराना से सफेद संगमरमर लाया गया। ताज महल में फारसी, भारतीय और इस्लामी स्थापत्य कला का सुंदर मिश्रण देखा जा सकता है। फिल्म इन तथ्यों को सरल तरीके से दर्शकों तक पहुंचाती है।
सिनेमेटोग्राफी और संगीत भी फिल्म का खास हिस्सा हैं। फिल्म की शूटिंग ताज महल के आसपास के स्थानों पर की गई है, जिससे दृश्यों में असलीपन दिखाई देता है। संगीत और ध्वनि प्रभाव कहानी की भावनाओं को और मजबूत बनाते हैं।
हालांकि फिल्म के पोस्टर को लेकर विवाद भी हुआ था, जिसमें ताज महल के गुंबद से भगवान शिव की मूर्ति दिखाई गई थी। इसके बाद कलाकार और निर्माता ने साफ किया कि फिल्म किसी धार्मिक मुद्दे पर नहीं है और इसका मकसद सिर्फ इतिहास दिखाना है।
The Taj Story उन लोगों के लिए रोचक हो सकती है, जिन्हें इतिहास, संस्कृति और ताज महल की कहानी में रुचि है। यह फिल्म न केवल मनोरंजन करती है, बल्कि ताज महल के बारे में नई जानकारी भी देती है।



